उदयपुर। महाभारत काल में पांडवों की कुलवधू द्रोप्रती के भरे दरबार में चीरहरण करने के वाकये ने आज भी लोगों के जहन में खासी कड़वाहट पैदा कर रखी है। इस वाकये को हजारो वर्ष बीत जाने के बावजूद आज भी इस 21वीं सदी के इस डिजिटल युग में दुशासन और दुर्योधन जेसी मानसिकता के लोग मौजूद है। जो की भगवान् श्रीकृष्ण के मंदिर में अपने समाज की बहु को निर्लज और नग्न करने से नहीं चुक रहे। जी हा यह पूरा मामला है झीलों के शहर उदयपुर का है। रुपयों के लेनदेन के चलते एक परिवार के लोगों ने अपने ही समाज की बहु को भरी पंचायत के सामने नग्न करने का प्रयास किया। यही नहीं दुख की बात तो यह है की समाज के चंद ठेकेदार भी इस दौरान तमाशबीन बन कर इस नंगे नाच को अपनी खुली आंखों से देखते रहे।
उदयपुर के अम्बामाता थाना इलाके के यादव कालोनी में रहने वाली एक परिवार की बेटी के साथ कलयुग के दुशासनों ने चीरहरण का प्रयास किया है। दरअसल सोनाली चौहान नाम की इस विवाहिता का कुछ वर्ष पहले ही नकुल निमावत नाम के युवक के साथ विवाह संपन्न हुआ है। नकुल ने वर्ष 2015 में अपने ही समाज कुलदीप नाम के युवक को ढाई लाख रूपये उधार दिए थे। लेकिन पिछले कई समय से नकुल द्वारा दिए गए उधार पैसों को कुलदीप द्वारा नहीं चुकाया जा रहा था जिस पर दोनों ही परिवारों के बीच विवाद गहरा गया। रुपयों के लेनदेन के चलते यह विवाद समाज और पुलिस थानों तक भी जा पंहुचा। इस विवाद के चलते कई बार दोनों परिवारों के लोगो में लड़ाई झगड़ा हो गया। यही नहीं एक बार पीड़िता सोनाली के पति नकुल द्वारा कुलदीप के परिवार की महिलाओं के लिए सोशल साइट्स पर अपशब्द भी लिखे गये। जिस पर सूरजपोल पुलिस ने नकुल को गिरफ्तार कर पाबन्द करवाया गया।
इसके बाद नकुल ने फिर कुलदीप के परिजनों से अपने ढाई लाख रुपयों की मांग की। इसके बाद आरोपी कुलदीप ने अपने परिवार जनों और समाज के पंचो को हाथीपोल इलाके में स्थित एक मंदिर में इक्कठा किया और नकुल और उसकी पत्नी सोनाली को राजीनामे करने और पेसे वापस देने के लिए वहां बुला लिया। इस दौरान नकुल और उसकी पत्नी सोनाली के साथ कुलदीप, उसके पिता किशनलाल और घर की महिलाओं ने बदला लेने की नियत से जमकर बदसलूकी की। सबसे पहले पीड़िता सोनाली और उसके पति को भरी पंचायत में बीच बारी-बारी से आरोपी कुलदीप के सभी परिजनों के पैर छूने के लिए विवश किया गया। इसके बाद इन अमर्यादित लोगों ने सोनाली का घूंघट हटाते हुए उसकी साड़ी खोल उसे भरी पंचायत के बीच नग्न करने का प्रयास किया। इसके बाद जब वहां मौजूद कुछ लोगों ने इस कृत्य को करने से आरोपियों को रोका तो उन्होंने पीड़िता सोनाली के मुह पर थूक दिया।
दिनदहाड़े संकुचित विचारधारा के समाजजनों के सामने हुए इस दुराचार से पीड़िता सोनाली खासी आहात हो गयी और अपनी जीवन लीला समाप्त करने की ठानी। इस दौरान परिजनों के सही समय पर घर पहुंच जाने पर सोनाली का जीवन तो बच गया लेकिन उसके साथ हुए इस निंदनीय दुर्व्यवहार ने उसे अन्दर से झकजोर के रख दिया। आज भी जब असभ्य समाजजनों द्वारा किये गये चीरहरण का वो मंजर उसके सामने आता है तो वह अपने आंसू नहीं रोक पाती है।
गन्दी मानसिकता के चंद ठेकेदारों की निकृष्ट सोच का शिकार हुई पीड़िता सोनाली ने बताया की उसके द्वारा दुर्व्यवहार के दौरान बार-बार सभी से द्रोपती की भांति हाथ जोड़कर इस तरह का कृत्य नहीं करने की विनती की गयी। लेकिन आरोपी कुलदीप, उसके पिता किशन लाल और उसके परिवार की महिलाओं ने जमकर तीन घंटे तक उसे और उसके पति को जलील किया। मजे की बात तो यह है की........Read More
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