नारायणपुर। बाल आश्रम द्वारा संचालित बाल मित्र ग्राम कार्ययोजना के तहत मंगलवार को बाल आश्रम संरक्षक सुमेधा कैलाश के निर्देशन में बाल मित्र ग्राम चांदपुरी, महर की ढाणी, खरकड़ी कलां और तुलसीवाला में देवउठनी एकादशी के अबूझ सावे के अवसर पर बाल विवाह पर निगरानी रखने और लोगों को बाल विवाह के दुष्परिणामों के बारे में विस्तार से अवगत करवाते हुए। गांवों में बाल विवाह के खिलाफ स्कूली छात्र- छात्राओं के द्वारा जागरूकता रैलियां निकाली गई। इस अवसर पर बाल आश्रम कार्यकर्ताओं द्वारा गांवों में बाल विवाह के खिलाफ जागरूकता पम्पलेट वितरित करते हुए लोगों को अपने बच्चों का बाल विवाह नहीं करने हेतु समझाया।
बाल आश्रम ग्राम कार्यक्रम प्रभारी आदेश कुमार ने बताया कि बाल विवाह होना पाए जाने पर किसी अवयस्क बालक बालिका से विवाह करने वाले व्यक्ति को, बाल विवाह को प्रोत्साहन करने वाले को, बाल विवाह में सम्मिलित होने वाले पंडित, नाई, बाराती, अतिथि, हलवाई, टेन्ट वाले और विवाह में शिरकत करने वाले हर व्यक्ति को सजा को सकती है। इसलिए बाल विवाह ना करें और ना ही शामिल हो। इस अवसर पर बाल मित्र ग्रामों में बाल विवाह की निगरानी हेतु बाल पंचायत, युवा मंडल, महिला मंडल सदस्यों को निगरानी कमेटियों का गठन किया गया।
बाल विवाह के खिलाफ जागरूकता रैलियां राजकीय विद्यालयों से शुरू होकर गांवों के मुख्य मार्गों से होते हुए निकाली गई। इस अवसर पर विद्यार्थियों ने बाल विवाह के खिलाफ नारें लगाते हुए जागरूकता रैलियां निकाली। इस अवसर पर चांदपुरी प्रधानाचार्य शंभूदयाल, महर की ढाणी प्रधानाध्यापक जगदीश प्रसाद, खरकड़ी के प्रधानाचार्य रामजीवण और तुलसीवाला में प्रधानाध्यापक ममता ने रैलियों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। रैलियों में विधालय स्टाफ सदस्य मौजूद रहा है। ReadMore
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