सवाई माधोपुर। राजस्थाान में पधारने वाले पर्यटकों के लिये पर्यटन विभाग का मुख्य स्लोगन है। पधारो म्हा रे देश लेकिन सवाई माधोपुर के रणथम्भौार में यह स्लोवगन ठिक विपरित नजर आ रहा है। पर्यटकों के लिये बदहाल व्यवस्था सीधे तौर पर पधारो थाके देश का संदेश दे रही है। यह नजारा उस वक्त चरितार्थ होता दिखा जब गुजरात से रणथम्भौथर आये सैलानी वन और पर्यटन विभाग की अव्यवस्थाओं से खिन्नो ओर मायुस होकर वापस अपने गणतव्यम स्थारन लौट गये। सवाई माधोपुर के रणथम्भौर में वन भ्रमण के लिए आ रहे कई सैलानी पिछले कई दिनों से टिकट नहीं मिलने से निराश होकर वापस लौट रहे हैं।
टिकट नहीं मिलने से गुजरात से आए एक वरिष्ठ नागरिकों के ग्रुप ने रणथम्भौर की व्यवस्थाओं को लेकर खासी नाराजगी जताई। साथ ही रणथम्भौर भ्रमण को लेकर विभाग द्वारा की गई व्यवस्था पर भ्रष्टाचार ओर अव्यवस्थाओं का गंभीर आरोप लगाते हुए कभी भी रणथम्भौर नहीं आने का संकल्प लेकर वापस लौट गए। गुजरात से निजी बस लेकर 27 लोग दो दिवसीय दौरे को लेकर रणथम्भौर भ्रमण की तमन्ना लेकर सवाईमाधोपुर आए थे। दोनों दिन घंटों कतार में खड़े होने के बावजूद वन भ्रमण पर आए वरिष्ठ नागरिकों को शिल्पग्राम स्थित बुकिंग विण्डो से टिकट नहीं मिला। तत्काल बुकिंग भी वरिष्ठ नागरिकों को उपलब्ध नहीं हो सकी। इसके चलते वरिष्ठ नागरिक आक्रोशित ओर मायुस होते हुये रणथम्भौर में वन भ्रमण की व्यवस्थाओं को कोसते हुए वापस गुजरात के लिए रवाना हो गए। ReadMore
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