जयपुर। प्रदेश में सोशल मीडिया पर अगर कोई फेक मैसेज और ऐसे वीडियो वायरल मैसेज करेगा तो उसकी अब खैर नहीं। निर्वाचन आयोग की सख्ती के बाद स्टेट क्राइम की साइबर सेल को ऐसे में सख्त कड़े निर्देश दिए है। कि ऐसे लोगो की कड़ी निगरानी रखी जाए। ऐसे में सभी दलों ने अपने अपने सोशल टीम को प्रचार प्रसार में लगा रखा है यही नहीं फेसबुक व्हाटसप सहित कई सोशल साइट पर ऐसे मैसेज वीडियो वायरल किये जाते है। जिससे तनाव और साम्प्रदायिकता का माहौल खराब हो सकता है। और धर्म मजहब सहित जातियों में नफरत फैलाने का काम भी कुछ लोग कर सकते है।
ऐसे में उन्हें कैसे रोका जाए यह एक बड़ी चुनौती है जिसे लेकर अब साइबर सेल ने कई साइटों को कड़ी निगरानी रखने के लिए भी हिदायत दी है। लिहाजा चुनावों में हिंसा फैलाने से लेकर भ्रामक प्रचार प्रसार का सहारा लेने वालो पर कडा कदम उठाया जाएगा। स्टेट क्राइम व्यूरो के हैड पंकज चौधरी ने बताया की ऐसी साइटों पर टीम बनायी गयी है कुछ लोगों को चिन्हित किया जा रहा है।
उनकी जानकारी जुटाई जा रही है ऐसे असामाजिक तत्वों पर भी नजर बनाए हुए हैं। व्हाट्सएप ग्रुप पर पुलिस की विशेष तौर पर नजर है। स्टेट रिकॉर्ड क्राइम ब्यूरो के एसपी पंकज चौधरी ने बताया कि फेक न्यूज़ के लिए आमजन को जागरूक करने की जरूरत है। पुलिस व्यक्तिगत रूप से सोशल मीडिया ग्रुप के एडमिन को नोटिस देगी और जरूरत पड़ने पर कानूनी धाराओं में कार्रवाई भी करेगी। प्रदेश के सभी दल के नेताओं ने अपनी अपनी सोशल टीम बनाकर लोगो को जोड़ने का काम जारी किया है । ReadMore
No comments:
Post a Comment