पुष्कर। विश्वविख्यात पुष्कर पशु मेले में जैसे जैसे पशुओं की आवक में तेजी आई है। वैसे वैसे पशुपालकों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। बुधवार को उठो के व्यापार में अग्रणी रायका समाज के धर्म गुरु घुनाथ दास महाराज के नेतृत्व में पुष्कर मेले में पहुंचे पशुपालकों ने ऊंटो के लिए बनाई गई। सरकार की नीति का विरोध दर्ज कर आगामी पुष्कर मेले के बहिष्कार की चेतावनी दी है। पशुपालको के अनुसार बुधवार को राजस्थान में केवल रायका समाज ही है जिसने राजकीय पशु ऊंट को संभालकर रख रखा है।
पशुपालकों ने अपनी पीड़ा बयां करते हुए बताया कि राज्य के बाहर पशु ले जाने का कानून पशुपालकों के लिये अभिशाप साबित हो रहा है। पशुपालक अपने महंगे जानवरों को सस्ती कीमतों पर बेचने को मजबूर है। दूसरी ओर पशुपालकों को रेतीले धोरों की जगह उबड़ खाबड़ जमीन पर अपने पशुओं को बैठाना पड़ रहा है और जिससे पशु घायल हो रहे है।
पशुपालकों ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने समय रहते इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया तो पशुपालक राज्य स्तर पर सरकार के विरोध में उतर जाएगा। वहीं जर्मनी से आई डॉक्टर चंद्रकला वेलसन ने गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए बताया कि वे 28 साल से पुष्कर पशु मेले में आ रही है। पशुपालकों को यहां सुविधाओं के नाम पर कुछ नहीं मिलता। यदि पशुपालकों को जरूरी मदद नहीं दी गई तो ऊंटों के अस्तित्व पर एक बड़ा सवाल खड़ा हो जाएगा। ReadMore
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