भोपालगढ़। एक समय था जब दीपों और रोशनी के पावन पर्व दीपावली पर लोग अपने घरों की मुंडेर पर दीपों की झालर सजाने के लिए आमतौर पर मिट्टी के ही दीपक ही काम में लिया करते थे। लेकिन आधुनिकता की इस दौड़ में मिट्टी के इन दीपों की झिलमिल सी रौशनी समय के साथ इलेक्ट्रॉनिक फुलझड़ियों की चमक-दमक में खोने लगी है। ऐसे में इस दौर की दीपावली पर शहरी तर्ज पर गांवों के घरों में भी मिट्टी के दियों से ज्यादा इलेक्ट्रिक रोशनी की चमक ज्यादा नजर आती है और चाइनीज रोशनियों ने तो सारा माहौल ही बदलकर रख दिया है और हर घर में सस्ती व आकर्षक रोशनियां सजी हुई नजर आने लगी है।
धन-धान्य की देवी महालक्ष्मी की पूजा-अर्चना करने के लिए दीपावली के दिन लोग अपने घरों में परम्परा के मुताबिक घी के दिये जलाते आ रहे हैं और घरों की मुंडेर पर लोग मिट्टी के दीपकों की झालर सजाकर घर, मोहल्ले और गांवों को रोशन किया करते थे। इसके लिए ग्रामीण इलाकों में रहने वाले कुम्हार परिवारों के लोग मिट्टी के दीपक बनाते थे और इन्हें लोगों को बेचा जाता था। लेकिन बदलते समय के साथ लोगों की सभ्यता भी बदली और अब मिट्टी के दियों का स्थान इलेक्ट्रिक रौशनियों ने ले लिया है। जिससे अब दीपावली के मौके पर घरों की मुंडेरों पर दियों की झालर की जगह बिजली से रौशन होने वाली तरह-तरह की रंग-बिरंगी झालरियां लगी नजर आती है।
मोम के दिये और चाइनीज लड़ियां
मिट्टी के दियों की जगह इलेक्ट्रिक रोशनी और खासकर चाइनीज लड़ियों ने इस कदर लोगों के घरों में जगह बनाई है, कि हर घर में तरह-तरह की और बेहद सस्ती इलेक्ट्रॉनिक लड़ियों ने अपना राज ही जमा लिया है। इसके साथ ही बाजार में दीपावली पर बिकवाली के लिए सैकड़ों तरह के चाइनीज आइटम आ गए हैं। इनके साथ-साथ मोम के दीपक भी पिछले कई बरसों से प्रचलन में आ रहे हैं। बाजार में इन दिनों तरह-तरह के रंगीन और डिजाइनदार मोम के दीपक बिकवाली के लिए आ गए हैं। जिसके चलते.......Read More
मिट्टी के दियों की जगह इलेक्ट्रिक रोशनी और खासकर चाइनीज लड़ियों ने इस कदर लोगों के घरों में जगह बनाई है, कि हर घर में तरह-तरह की और बेहद सस्ती इलेक्ट्रॉनिक लड़ियों ने अपना राज ही जमा लिया है। इसके साथ ही बाजार में दीपावली पर बिकवाली के लिए सैकड़ों तरह के चाइनीज आइटम आ गए हैं। इनके साथ-साथ मोम के दीपक भी पिछले कई बरसों से प्रचलन में आ रहे हैं। बाजार में इन दिनों तरह-तरह के रंगीन और डिजाइनदार मोम के दीपक बिकवाली के लिए आ गए हैं। जिसके चलते.......Read More
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