चिड़ावा। आदर्श सेवा प्रतिष्ठान इन दिनों चर्चा में है और एक संत ने अपनी मेहनत की कमाई और लोगों से चंदा कर मंदिर बनवाया। अब उनकी इस मेहनत को उनके परिवार की ही नजर लग गयी है। सूरजगढ़ मोड़ स्थित आदर्श सेवा प्रतिष्ठान संत गरुड़ध्वजाचार्य की मेहनत की कमाई और श्रद्धालुओं के चंदे से धार्मिक आस्था का केंद्र बना। इस केंद्र को फिलहाल नजर लग गयी है। सन्त गरुड़ध्वजाचार्य महाराज के पुत्र और उनके भाई के साथ भतीजे अब ये बेशकीमती जमीन हड़पना चाहते है। इसलिए बकौल महाराज परिवार के इन लोगों ने मिलकर उनको जमीन देने का दबाव बनाया। लेकिन नहीं मानने पर उनको मारने तक कि प्लानिंग तैयार कर ली।
मंदिर के महंत स्वामी गरूड़ध्वजाचार्य महाराज ने तीन लोगों पर मंदिर पर कब्जा करने का आरोप लगाया है। इस को लेकर जिला पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन भी दिया गया। महंत गंगाधर उर्फ गरूड़ध्वजाचार्य ने ज्ञापन में लिखा कि लगभग 20-25 साल पहले बने मंदिर में नीचे शिवालय है और प्रथम मंजिल पर राम दरबार, श्रीश्याम, मां दुर्गा आदि भगवानों की प्रतिमाएं स्थापित हैं। 820 वर्ग गज जमीन पर यह मंदिर भामाशाहों के दान से बनाया गया था। इस मंदिर परिसर को सर्व समाज के विवाह समारोह के काम में भी लिया जाता है।
महंत ने आरोप लगाया कि उनका पुत्र दीपक शर्मा और भाई पुरुषोत्तम लाल शर्मा, भाई का पुत्र संदीप शर्मा मंदिर की संपत्ति को हड़पना चाहते हैं। मंदिर के आगे दुकानें और पीछे वाणिज्यिक कॉम्प्लेक्स बनाना चाहते हैं। दो-तीन दिन पहले भी तीनों अन्य लोगों के साथ मंदिर में आए और गाली-गलौज करने लगे। डॉ जीवन सिंह शेखावत ने समझाकर वापस भेज दिया। महंत ने आरोप लगाया कि.......Read More
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